अमेरिका बनाम रूस में क्या फर्क है? अमेरिका गरूड़-ईगल, हंस जैसे पक्षियों की आजाद उड़ान है वही रूस भालूओं की महाशक्ति है। चीन बनाम भारत में क्या फर्क है? तो चीन आग उगलते ड्रैगन का पर्याय है वही भारत हाथी, गाय, भेड-बकरियों का वह शाकाहारी जंगल है, जो नियति के सर्कस में गुंथा हुआ है! पूछ सकते हैं भला इस तरह से विचार कैसे? इसलिए कि इन चार देशों की वृत्ति-प्रवृत्ति, जैविक-शारीरिक-मानसिक प्रकृति से पृथ्वी के सभी आठ अरब लोगों (मानवता) का भविष्य है! इन चार देशों की जनसंख्या कुल विश्व आबादी का 43 प्रतिशत है। यदि इसके साथ जुनूनी विकार में जीने वाली इस्लामी सभ्यता की तासीर को भी साथ में ले तो सब मिलाकर पृथ्वी की तीन-चौथाई आबादी की पांच सभ्यताओं से भविष्य है।
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